Anmol Vachan in Hindi
क्रोध हमेशा मनुष्य को तब आता है
जब वह अपने आप को कमजोर और हारा हुआ पाता है
अवसर सूर्य उदय की तरह होते हैं
यदि ज्यादा देर प्रतीक्षा करेंगे
तो आप उन्हें खो देंगे
कटी हुई टहनियां भी कहां पर छांव देती है
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती हैं
सफलता के लिए ज़रूरी है कि न मैदान छोड़ा जाए
और न ही इंतज़ार में समय बर्बाद किया जाए। गतिशीलता ही सफलता है।
सफलता हमेशा अकेले में गले लगती है,
लेकिन असफलता हमेशा सबके सामने तमाचा मारती है
महानता न गिरने में नहीं होती
बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में होती है
स्वयं का दर्द महसूस होना जीवित होने का प्रमाण है
औरों का दर्द महसूस होना इंसान होने का प्रमाण है
सही राह पर चलना थोड़ा मुश्किल जरूर है
मगर उस रास्ते पर आपको कोई गिरा नहीं सकता
आप चाहकर भी अपने प्रति लोगों की धारणा को नहीं बदल सकते
इसलिए सुकून से अपनी जिंदगी जियें और खुश रहें
जिनमें अकेले चलने का हौंसला होता है
उनके पीछे एक दिन काफिला होता है
अच्छा वक्त जरूर आता है मगर वक्त पर ही आता है
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक चलिए
आगे का रास्ता वहां पहुंचने के बाद दिखेगा
सफलता तुम्हारा परिचय दुनिया से करवाती है
और असफलता तुम्हें दुनिया से परिचित करवाती है
आर्थिक स्थिति कितनी भी अच्छी क्यों न हो
जीवन का सही आनंद लेने के लिए मानसिक स्थिति अच्छी होनी चाहिए
हमारा व्यवहार गणित के शून्य की तरह होना चाहिए
जो स्वयं कोई कीमत नहीं रखता लेकिन दूसरों के साथ जुड़ने पर उसकी कीमत बढ़ा देता है
यदि आप सही हो तो आपको गुस्सा करने की जरूरत नहीं और अगर आप गलत हैं तो आपको गुस्सा करने का हक नहीं
Leave a Reply